आवासीय विद्यालयों में सत्र 2012-13 हेतु प्रवेश आवासीय विद्यालय योजना
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधीन राजस्थान रेजीडेन्सियल एजूकेशनल इन्स्टीट्यूशन्स सोसायटी (राईस) द्वारा अनुसूचित जाति/ जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के गरीब परिवार जिनकी आय रूपये 1,00,000/- से कम है, के बालक-बालिकाओं को शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु 14 आवासीय विद्यालय संचालित किये जा रहे हैं, जिनमें 10 विद्यालय KfW जर्मन के सहयोग से एवं 4 विद्यालय राज्य सरकार के स्रोतों से निर्मित हुये हैं। पशुपालकों के बालकों के लिए दो विद्यालय क्रमश: झालावाड़ एवं सागवाड़ा (डूँगरपुर) में निर्माणाधीन हैं। इन विद्यालयों में अनुसूचित जनजाति क्षेत्र में स्थापित विद्यालयों में 80 प्रतिशत स्थान अनुसूचित जनजाति के लिए, 12 प्रतिशत अनुसूचित जाति के लिए, 8 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हैं। इन आवासीय विद्यालयों में SC, ST व OBC के अनाथ, बी.पी.एल., परित्यक्ता, विधवा महिला परिवारों के बालक/ बालिकाओं को प्रवेश में प्राथमिकता दी जाती है। इन 14 विद्यालयों में 7 विद्यालय क्रमश: खोड़न (बांसवाड़ा), भैसवाड़ा (जालौर), हिंगी (कोटा), पावटा (नागौर), छाण (सवाईमाधोपुर), आटूण (भीलवाड़ा) एवं वजीरपुरा (टोंक) बालिकाओं के लिए एवं 7 विद्यालय क्रमश: मण्डोर (जोधपुर), केनपुरा (पाली), खेड़ा आसपुर (डूँगरपुर), बगड़ी (दौसा), अटरू (बारां), हरियाली (जालौर) एवं मण्डाना (कोटा) बालकों के लिए हैं। इनमें से हरियाली (जालौर) निष्क्रमणीय पशुपालकों के बालकों के लिए एवं मण्डाना (कोटा) भिक्षावृत्ति एवं अन्य अवांछित वृत्तियों में लिप्त परिवारों के बालकों के लिए संचालित हैं। इनके संचालन पर लगभग 1.00 करोड़ रूपये प्रतिमाह व्यय किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत नि:शुल्क शिक्षा, आवास, भोजन, पोशाक, पाठ्यपुस्तकें, स्टेशनरी, चिकित्सा आदि सुविधाएं देय हैं। इन विद्यालयों का स्तर कक्षा 6 से 12 तक है। सत्र 2010-11 में स्वीकृत छात्र क्षमता 6464 है। इसके विरूद्ध वर्तमान में 5797 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। विद्यालयों में गत तीन वर्षों का 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षाओं का तुलनात्मक परिणाम निम्न प्रकार रहा है :-
वर्ष 2009-10 में कक्षा 10 व 12 में जिले में अपने वर्गों (SC, ST) में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर आवासीय विद्यालय आटूण व भैंसवाड़ा में क्रमश: 1 व 4 छात्राओं को इन्दिरा प्रियदर्शनी पुरस्कार (कक्षा 10 हेतु 40,000/- रूपये व कक्षा 12 हेतु 50,000/- रूपये) से सम्मानित किया गया है। सत्र 2010-11 में आवासीय विद्यालयों के छात्रा/ छात्राओं ने शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं में भाग लिया, जिसमें से कुछ का चयन राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर किया गया है।
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